मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणपति पूजा समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होने को लेकर पैदा विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इफ्तार में शामिल होने की तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया गया है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आश्चर्य जताया कि सीजेआई के आवास पर एक धार्मिक आयोजन में प्रधानमंत्री के भाग लेने पर भी कुछ लोग राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इफ्तार पार्टी का आयोजन करते थे तो क्या उसमें प्रधान न्यायाधीश नहीं आते थे?उन्होंने कहा, ‘‘जब इफ्तार पार्टी में चीफ जस्टिस और प्रधानमंत्री बैठ सकते हैं, गुफ्तगू कर सकते हैं, एक टेबल पर बैठकर जब दोनों की बात हो सकती है... वह भी एक त्यौहार है, यह भी एक त्यौहार है. दोनों त्योहारों के बीच यह अंतर क्यों?''
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के आमंत्रण पर उनके आवास पर गणपति की उपासना की। इसे लेकर कुछ नेता राजनीति कर रहे हैं।
— BJP (@BJP4India) September 12, 2024
मुझे लगता है, ये आपत्ति चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और प्रधानमंत्री के मिलने से नहीं है, ये आपत्ति गणपति पूजा से है।
- डॉ. @sambitswaraj… pic.twitter.com/QBz7Gv3GHB
कई विपक्षी नेताओं ने उठाया है सवाल
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी इस मामले पर सवाल उठाया था. उनके सवाल उठाने के बाद वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंग ने सीजेआई पर सवाल खड़ा किया. बीजेपी की तरफ से अब इस मामले में पलटवार हो रहे हैं.
Did you ask SCBA to condemn K.G. Balakrishnan, the then Chief Justice of India, who had attended an Iftar party with then Prime Minister Manmohan Singh? At that time, you were not complaining about the compromised judicial independence since the event was an Iftar hosted by… pic.twitter.com/8dj3GsQTmm
— Kishore Upadhyay (@KishoreBJP) September 12, 2024
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी साधा निशाना
इस पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने विपक्ष की आलोचना पर निशाना साधते हुए कहा कि 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन शामिल हुए थे. पूनावाला ने आगे कहा कि गणेश पूजा में शामिल होना कोई अपराध नहीं है. कई अवसरों पर न्यायपालिका और राजनेता मंच साझा करते हैं. शुभ कार्यों, विवाह, कार्यक्रमों में - लेकिन अगर प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर में पूजा में शामिल होते हैं, तो उद्धव सेना के सांसद मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय की ईमानदारी पर संदेह करते हैं. कांग्रेस का तंत्र सर्वोच्च न्यायालय पर उसी तरह हमला करता है जैसे राहुल गांधी ने अतीत में किया था." उन्होंने कहा कि यह "न्यायालय की शर्मनाक अवमानना और न्यायपालिका का दुरुपयोग है.
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